Sultanpur
सुलतानपुर। 24 जनवरी 2025 को कमला नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड एजुकेशन, लालडिग्गी में उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर ‘विकास व विरासत: प्रगति पथ पर उत्तर प्रदेश’ विषय पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में संस्थान के छात्र-छात्राओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए और प्रदेश के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला।
वीर सपूतों के योगदान पर चर्चा
कार्यक्रम की शुरुआत में संस्थान की हेड मिस्ट्रेस सरिता सिंह ने उत्तर प्रदेश की मिट्टी में जन्मे वीर सपूतों के योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के वीरों ने न केवल राज्य बल्कि पूरे देश के विकास में महती भूमिका निभाई है।
इतिहास से वर्तमान तक: ज्ञानवर्धक जानकारी
विद्यालय के प्रधानाचार्य मृदुल कुमार सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के इतिहास पर रोशनी डाली। उन्होंने बताया कि आजादी से पहले उत्तर प्रदेश को यूनाइटेड प्रोविंस के नाम से जाना जाता था। देश की स्वतंत्रता के बाद, 24 जनवरी 1950 को इसे उत्तर प्रदेश के नाम से स्थापित किया गया। उन्होंने छात्रों को प्रदेश के चहुंमुखी विकास की जानकारी देते हुए उन्हें देश के भावी कर्णधार बताया।
छात्रों ने किया प्रतिभा प्रदर्शन
कार्यक्रम में कक्षा 10 के अथर्व सिंह, कक्षा 8 के शिवांश मिश्रा और कक्षा 9 की आराध्या सिंह ने अपने विचार प्रस्तुत किए। इनके विचारों में उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत की झलक दिखी।
कक्षा 9 के छात्र देवदीप सिंह ने अपनी बुलंद आवाज और अद्वितीय शैली में कविता प्रस्तुत की, जिसने सभी का मन मोह लिया। उनकी प्रस्तुति ने पूरे कार्यक्रम को ऊर्जावान बना दिया और दर्शकों से सराहना प्राप्त की।
शिक्षकों और स्टाफ की विशेष भूमिका
इस अवसर पर संस्थान के उपप्रधानाचार्य शैलेश तिवारी, हेड मिस्ट्रेस सरिता सिंह, सभी कोऑर्डिनेटर्स और शिक्षकों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
संस्थान की ओर से संदेश
कार्यक्रम के अंत में छात्रों और शिक्षकों ने प्रदेश के समग्र विकास और सांस्कृतिक विरासत को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्धता जताई। कमला नेहरू इंस्टीट्यूट में आयोजित यह कार्यक्रम न केवल छात्रों के लिए ज्ञानवर्धक रहा, बल्कि उत्तर प्रदेश के विकास और विरासत को समझने का एक बेहतरीन अवसर भी साबित हुआ। इसने छात्रों को प्रदेश की समृद्ध संस्कृति और इतिहास से जोड़ते हुए उनके भीतर राज्य के प्रति गौरव का भाव उत्पन्न किया