Christmas day KNICE Sultanpur
सुलतानपुर। कमला नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड एजुकेशन, लाल डिग्गी, सुलतानपुर में 24 दिसंबर 2024 को क्रिसमस की पूर्व संध्या पर भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर संस्थान के छात्र-छात्राओं ने सेंटाक्लॉज और परियों की वेशभूषा में रंगारंग प्रस्तुतियों से समां बांध दिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के प्रधानाचार्य मृदुल कुमार सिंह, उप-प्रधानाचार्य शैलेश कुमार तिवारी और हेड मिस्ट्रेस सरिता सिंह ने सरस्वती माता एवं संस्थान के संस्थापक बाबू श्री केदारनाथ सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके और केक काटकर किया। कार्यक्रम का संचालन हेड मिस्ट्रेस सरिता सिंह के नेतृत्व में हुआ, जबकि एंकरिंग की जिम्मेदारी सहबा कलीम ने बखूबी निभाई।
छात्रों की प्रस्तुतियों ने मोहा मन
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न कक्षाओं के छात्र-छात्राओं ने दिलचस्प प्रस्तुतियाँ दीं। सीनियर और जूनियर केजी के बच्चों ने अपने मनमोहक नृत्य से दर्शकों का दिल जीत लिया। इन प्रस्तुतियों को डांस टीचर सुनील कोतवाल और प्री-प्राइमरी विंग की शिक्षिकाओं— रिचा पांडेय, अर्चना श्रीवास्तव, शिखा अग्रहरि, शुलेखा आनंद, अनन्या गुप्ता और सहरीन बानो—ने तैयार करवाया।
हिंदी भाषण हर्षिता तिवारी ने दिया, जिसे सुमन सिंह ने तैयार करवाया था। वहीं, अंग्रेजी भाषण समृद्धि मिश्रा ने प्रस्तुत किया, जिसे छाया मिश्रा ने तैयार कराया। संगीत प्रस्तुति के लिए छात्रों को संगीत अध्यापक वाई.एम. राय, निधि, राहुत, मो. आदिल और शिवम तिवारी ने प्रशिक्षित किया। इसके अलावा, हिंदी और अंग्रेजी में स्किट भी प्रस्तुत की गई, जिसे सोनी सिंह, सुमन सिंह, माधुरी मिश्रा, कमलेश दूबे, मंजू अनुराग, मानसी और नीमा सिंह ने तैयार करवाया।
प्रबंधक ने दी शुभकामनाएँ
कार्यक्रम के दौरान संस्थान के प्रबंधक माननीय विनोद सिंह और प्रबंधिका आशा सिंह ने सभी छात्र-छात्राओं और कर्मचारियों को क्रिसमस की शुभकामनाएँ दीं।
प्रधानाचार्य का प्रेरणादायक संदेश
कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य मृदुल कुमार सिंह ने सभी शिक्षकों और कर्मचारियों का धन्यवाद करते हुए प्रभु ईसा मसीह के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को उनके द्वारा दिए गए सच्चाई और मानवता के संदेश को आत्मसात करने की प्रेरणा दी। प्रधानाचार्य ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं और उन्हें विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों के बारे में सीखने का अवसर प्रदान करते हैं।
इस अवसर पर संस्थान के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएँ और छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे। कार्यक्रम ने न केवल बच्चों के कौशल को उजागर किया, बल्कि क्रिसमस की भावना को भी जीवंत कर दिया।